मैं रोहित हूं, और मेरा लिंग 6.3 इंच का है। मुझे सेक्स का बहुत शौक है। आज मैं आपको अपनी एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूं। यह घटना मेरे दोस्त अर्जुन की पत्नी प्रिया और मेरे बीच होली के दिन हुई थी।
होली के दिन सुबह से ही दोस्तों के साथ पार्टी शुरू हो गई थी। मैंने थोड़ी ज्यादा ही पी ली थी और पार्टी से बाहर आ गया। फिर मुझे याद आया कि मुझे अर्जुन के साथ भी होली खेलनी है। मैं थोड़ा सा फ्रेश हुआ और अर्जुन के घर चला गया।
अर्जुन ने मुझे आते ही रंग लगा दिया। मैंने भी अर्जुन को रंग लगाया। फिर अर्जुन ने अपने ही गिलास में मुझे एक मोटा पैग पिला दिया।
पैग पीते ही मैं थोड़ा झूम गया। अर्जुन ने भी काफी पी रखी थी। मैं फिर अर्जुन के साथ बैठ गया। अर्जुन ने अपनी पत्नी प्रिया को आवाज़ दी और उसे बाहर बुलाया। प्रिया बाहर आ गई। मैंने प्रिया को आज तक कभी गलत नजर से नहीं देखा था, लेकिन आज मैंने उसे टी-शर्ट और पजामे में देखा। शायद प्रिया ने आज ब्रा नहीं पहनी थी, इसलिए उसके स्तन थोड़े लटक रहे थे। अर्जुन ने प्रिया को मेरे लिए एक गिलास लाने को कहा और प्रिया अंदर चली गई।
अर्जुन ने प्रिया के आने से पहले एक और पैग लगा लिया। जब प्रिया गिलास लेकर बाहर आई, तो मेरी नजर उसी पर टिक गई। जैसे ही प्रिया गिलास रखने के लिए झुकी, उसकी टी-शर्ट के अंदर से उसके रंग लगे स्तन साफ नजर आने लगे। शायद अर्जुन ने प्रिया के स्तनों पर भी रंग लगाया था।
प्रिया अंदर जाने लगी तो मैंने उसे रोक लिया और हाथ में रंग लगाकर उसके चेहरे पर रंग लगाने लगा। मैं भी नशे में था, तो गलती से लाल रंग लेकर उसकी मांग भर दी। प्रिया मुझे घूरते हुए अंदर चली गई। मैं चुप-चाप अर्जुन के पास बैठ गया और एक पैग नीट ही पी गया।
मुझे अपनी गलती पर पछतावा हो रहा था, तो मैंने एक और पैग पी लिया। अर्जुन कुर्सी पर ही लेट गया था, तो मैंने उसे उठाकर एक और जबरदस्ती पैग पिला दिया। अर्जुन पूरा टल्ली हो गया। अब मेरी आंखों के सामने प्रिया के स्तन नजर आने लगे। मेरा लिंग खड़ा हो गया।
मैं प्रिया को याद करने लगा। तभी अचानक से प्रिया बाहर आ गई और अर्जुन को उठाने लगी। लेकिन अर्जुन तो पूरा टुन्न हुआ पड़ा था। प्रिया उसे उठाने की कोशिश करती रही, लेकिन वह नहीं उठा। प्रिया मुझसे बोली:
“क्या आप मेरी मदद करेंगे अर्जुन को अंदर ले जाने में?”
मैंने हां कर दी। फिर मैं भी झूमते हुए उठा और प्रिया के पास चला गया। अब हम दोनों अर्जुन को उठाने लगे। जैसे ही हमने अर्जुन को खड़ा किया, वह गिरने लगा। तो प्रिया ने अर्जुन की कमर में हाथ डालने की कोशिश की, लेकिन उसका हाथ मेरे खड़े लिंग पर चला गया। मेरी हल्की सी सिसकारी निकल गई।
प्रिया ने हाथ हटा कर अर्जुन की कमर में डाल दिया। हम दोनों अर्जुन को अंदर ले गए और उसे बैड पर लिटा दिया। अर्जुन सो गया। मैं प्रिया से बोला:
“मुझे उस गलती के लिए माफ कर देना।”
प्रिया कुछ नहीं बोली। मैं फिर बाहर जाने लगा तो मेरे पैर डगमगा गए और मैं गिरने लगा, पर तभी प्रिया ने मुझे अपनी बाहों का सहारा देकर गिरने से बचा लिया।
प्रिया का चेहरा मेरे चेहरे के पास आ गया। मैंने उसकी आंखों में देखा और फिर अचानक मेरे हाथ उसके गले में चले गए। मैंने प्रिया को अपनी तरफ खींच लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। यह सब बहुत जल्दी में हुआ और प्रिया को जैसे झटका सा लग गया।
प्रिया मुझे छोड़कर बाथरूम की तरफ चली गई। मैं भी उठा और बाथरूम की तरफ चला गया। मैंने बाथरूम का दरवाजा खोला और अंदर चला गया। फिर अंदर से दरवाजा बंद कर दिया। अब मैंने प्रिया को पकड़ लिया और फिर से किस करने की कोशिश करने लगा। लेकिन प्रिया मुझे धक्का देकर दूर कर रही थी।
मुझे गुस्सा सा आ गया, तो मैंने बाथरूम का शावर चला दिया। अब प्रिया और मैं शावर के नीचे आ गए। प्रिया का बदन भीगने लगा। मेरे मुंह से भी रंग निकल गया। मैंने प्रिया को फिर पकड़ा और उसके चेहरे पर किस करने लगा। कुछ देर तक प्रिया मुझे हटाती रही, फिर शांत हो गई। मैं उसके रसीले होंठों पर टूट पड़ा।
प्रिया अब शांत थी और मेरा साथ देने लगी। कुछ देर बाद प्रिया बोली:
“अब बस करो, अर्जुन को पता चल जाएगा।”
मैं समझ गया कि प्रिया किस ओर इशारा कर रही थी। अब मैंने उसकी टी-शर्ट निकाल दी। प्रिया ने ढीली सी ब्रा पहन रखी थी, जो मेरे हाथ से खींचने पर अपने आप ही निकल गई। प्रिया के 34 इंच के स्तन मेरे सामने आ गए। उन पर रंग लगा हुआ था, तो मैंने एक स्तन से रंग हटाया और फिर अपना मुंह प्रिया के स्तनों पर लगा दिया और चूसने लगा। मैंने एक हाथ से प्रिया का पजामा नीचे कर दिया और उसकी पैंटी के अंदर हाथ डालकर योनि को सहलाने लगा।
प्रिया गर्म हो गई थी, तो उसने मुझे पीछे किया और मेरी पैंट खोलने लगी। उसने जल्दी से मेरी पैंट और अंडरवियर उतार दिए। फिर वह मेरे लिंग पर टूट पड़ी। सच में, दोस्तों, प्रिया एक पोर्न स्टार की तरह मेरा लिंग चूस रही थी। मुझे बहुत मजा आ रहा था, मैं भी अब पूरा नंगा हो गया।
अब मैं खुद को रोक नहीं पा रहा था, तो मैंने प्रिया को उठा लिया। हम दोनों नंगे ही बाहर आ गए और दूसरे कमरे में जाकर प्रिया को बैड पर डाल दिया। मैं उसकी योनि के पास आ गया और मुंह लगाकर चाटने लगा। प्रिया अपनी कमर उठाकर योनि को मेरे मुंह में लगा रही थी। कुछ देर बाद उसकी योनि ने पानी छोड़ दिया, जो मैंने चाट कर पी लिया।
अब मैं प्रिया के ऊपर आ गया और अपना लिंग उसकी योनि पर रगड़ने लगा। फिर उसे किस करते हुए एक झटका मारा और मेरा आधा लिंग उसकी योनि चीरता हुआ अंदर चला गया। प्रिया तड़प उठी। मैं कुछ देर रुका तो प्रिया मुझसे बोली:
“धीरे डालो, आपका बहुत बड़ा है, अर्जुन के लिंग से भी बड़ा।”
अब मैंने धीरे-धीरे लिंग को उसकी योनि में उतार दिया और उसकी टांगों को अपने कंधों पर रख कर चुदाई शुरू कर दी। प्रिया अपनी कमर उठाकर लिंग लेने लगी। काफी देर तक मैंने उसे ऐसे ही चुदाई की। फिर मैंने उसे कुत्ते की तरह बना कर लिंग उसकी योनि में डाल कर चोदने लगा।
प्रिया की गुदा का छेद मुझे साफ दिखाई दे रहा था। मैंने अपनी एक उंगली से गुदा के छेद को सहलाने लगा। फिर उंगली को थूक से गीला किया और गुदा के छेद में डालने लगा। पर उंगली के अंदर जाते ही प्रिया तड़प उठी और उंगली बाहर निकालने को कहने लगी। पर मैंने उसकी एक ना सुनी।
मैं उसकी योनि चोदते हुए गुदा में उंगली भी डालता रहा। कुछ देर बाद मेरे लिंग ने अपना पानी उसकी योनि में ही निकाल दिया। मेरा लिंग शांत होकर बाहर आ गया। फिर मैं प्रिया के साथ ही सो गया।
प्रिया मुझसे बोली: “आपके साथ तो मजा आ गया। अर्जुन तो बहुत कम समय तक करता है मेरे साथ।”
मैंने प्रिया को चूमते हुए कहा: “अब से मैं हूं मेरी जान तेरी प्यास बुझाने वाला।”
फिर हम दोनों हंसने लगे। आगे की कहानी जारी रहेगी अगले भाग में। कैसी लगी हमारी कहानी जरूर बताना।