Hindi Vasna Story पे में अपनी सच्ची जीजा साली की चुदाई की स्टोरी कहने वाला हु | की किस तरह से मेने अपनी सगी साली की सील तोड़ी | मेरी साली बहुत सेक्सी है, उसकी चुचिया एकदम सॉफ्ट और मुलायम है और काफी बड़े भी है | मेने उस की कही बार चुदाई की है |
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम पार्थ है | और में एक जीम ट्रेनर हु | मेरी उम्र २८ साल है और में एक जीम ट्रेनर हु ईसलीये मेरी बॉडी भी काफी अच्छी है | और मुजे Hindi Sex Story पढ़ना अच्छा लगता है ईसलिए में हर रोज Hindi Vasna Story पे स्टोरी पढ़ता हु |
Hindi Vasna Story पे पढ़ने के बाद ही मुजे अपनी स्टोरी केहने का सुजा और मेने आप सभी के साम ने अपनी सच्ची स्टोरी की |
यह मेरी सच्ची कहानी | आशा करता हु की आप सभी को पसंद आए |
मेरी सादी को 3 साल हो चुके है और मेरा एक बेटा भी है वो भी 1 साल है | और हम लोग पुणे में रहते है |
यह कहानी मेरी साली की है | वो दिखने ने काफी सेक्सी लगती है और साथ में काफी मस्ती भी करती है | हम दोनों की काफी बनती है | हम दोनों अक्सर घंटो तक फ़ोन में बाते करते है और साथ में कभी कभी डबल मीनिंग वाली बाते भी करते थे | हम दोनों जीजा साली की तरह नहीं रेहते बल्की हम दोनों दोस्त की तरह रेहते है |
जब भी मे उसे देखता तो मुजे लगता की कास वो मेरी पत्नी होती तो में उसे हर रोज चुदता | पर क्या करू मे कभी कभी उसके नाम का मूठ मार लेता हु |
एक बार की बात है मुजे जीम के काम से 3 दिनों के लिए कानपुर जाना था | और मेरा ससुराल कानपुर में ही है | तो मेने वहा रेह्ने का सोचा उसके बहाने में अपनी साली से भी मील लुगा |
मेरे ससुरजी रेलवे में जॉब करते है | उसकी वजह से वो काफी दिनों तक घर पे नहीं आते |
अब 2 दीन बाद में कानपुर के लिए निकल गया |
अब में अपने ससुराल में पोहच गया | दरवाजा मेरी सासुमा ने खोला था | अब मेने घर ने प्रवेश किया और प्रवेश करते ही मेरी साली सामने ही खड़ी थी | आज उसने लाल कलर का ड्रेस पेहना था | वो उसमे किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी |
मेरी साली का नाम जानवी है | उसकी उमर 22 साल की थी लेकिन उसके भरे हुवे बूब्स को देखकर किसी 25 साल की लड़की के जेसी है | उसके फिगर करीब 32 – 30 – 34 का होगा |
जानवी और उसके भरे हुवे बूब्स को देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया | में पानी पे ने के बाद सीधा वाशरूम में फ्रेश होने के लिए चला गया |
फ्रेश होने के बाद में जानवी को घुर ने लगा | आज पूरा दीन मेने जानवी को घुर और सोच ने लगा की जानवी को केसे सेट करू की वो चुदाई के लिए मान जाए | खेर उस रात मेने उसके नाम के मूठ मार के निकाल ली |
अब मेने तय कर लिया था की किसी भी तरह से जानवी को चुदना है | और उसे चोदे बिना घर वापस नहीं जाऊगा |
अब दुसरे दीन सुबह में जल्दी उठा क्युकी मुजे जीम का भी काम था | अब में रेडी होके निचे आया तब जानवी ने मुजे नाश्ता करने के लिए बुलाया | में नाश्ता करने के लिए सोफे पे बेठा था |
अब जानवी मुजे सोफे पे नाश्ता देने को आए | जब वो मुजे नाश्ता देने के लिए जुकी तो मुजे उसके बूब्स दीख गई | आज जानवी ने थोड़ी से लूस ड्रेस पेहनी थी | अब ईस बात का फायदा उठा ने के लिए मेने नाश्ता करने के बाद प्लेट वही रखदी | और जानवी को प्लेट लेजा ने को बोला ताकि जानवी प्लेट को उठाई और फिरसे में उसके बूब्स को देख शकू |
अब जानवी ने प्लेट उठाई और में उसके बड़े बड़े दो बूब्स को देख रहा था | उसके बूब्स को देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और में तुरंत जीम के काम से बहार चला गया | अब में शाम को घर पे आया और फ्रेश होके सोफे पे बेठ गया और टीवी देखने लगा |
टीवी देखते देखते में ये सोच रहा था की कुछ तो करना पड़ेगा 2 दीन निकाल गई कुछ किया नहीं | में यही सोच रहा था | फिर मेने सोचा की क्यों ना उसके रूम मे जाके उससे बात की जाए |
में उसके रूम गया तो वो पढाई कर रही थी | फिर में उसके शाम ने जाके बेठ गया और उससे बात करने लगा और साथ में मेंने उसके कॉलेज के बारे में बात करने लगा उसके दोस्तों के बारे में पूछा |
बातो बातो में उसने अपने एक दोस्त की love story के बारे में बताया | फिर मेने ईस बात का फायदा उठाते मेने भी उसे उसके बॉयफ्रेंड के बारे में पूछ लिया | तो उसने ने मना कर दीया |
में : ले क्यों कोई तुमारा बॉयफ्रेंड नहीं है | तुम देखने में काफी सुंदर हो फिर भी तुमारा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है | मुजे तो लगा तुमारा कोई बॉयफ्रेंड होगा |
मे : क्यों, तुमे नहीं लगता की तुमारा भी बॉयफ्रेंड होना चाहिये |
जानवी : लगता तो है | पर मुजे डर लगता है क्योंकी पापा बहुत गुस्से वाले है ईसलिए |
मे : ठीक, एक सवाल पुछु ?
जानवी : हा, पूछिए जीजू |
में : क्या तुम ने कभी सेक्स किया है ?
जानवी सरमाते हुवे : नहीं, क्युकी मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है ईसलिए |
में : क्यों में तो हु तुमारा फ्रेंड | क्या में तुमारा फ्रेंड नहीं हु और तुमे सेक्स करने का मन नहीं होता |
जानवी : मन होता है | वो इतना बोली और उठके बहार की और जाने लगी |
बस ईतना सुनते ही मेने जानवी का हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खीचा और उसकी आँखों में मेने वासना देखी | और वो शरमा रही थी |
में : ईतना क्यों शरमा रही हो |
जानवी : आपने मेरा हाथ पकड़ा हुवा है |
में : ईसमे क्या शरमा ना साली तो आधी घरवाली होती है |
जानवी : ओह्ह, तो आप मुज पे लाइन मार रहे हो |
में : नहीं, में तो तुमे अपना बना रहा हु |
जानवी : अभी मुजे छोड़ो वर्ना मम्मी आ जाएगी |
में : आने दो, आज मुजे तुमारा होनेसे कोई नहीं रोक सकता |
मेने मुका देखकर उसको कमर से पकड़ा और उसे बाहों में ले लिया | वो छुट ने की कोशिस कर रही थी पर उसकी ये कोशिस बेकार हुई |
फिर मेंने देर ना करते उसको किस करने लगा | पहले तो मेने उसको गालो पे किस किया तब वो कुछ बोली नहीं तो मेरी हिमत बढ़ी तो मेने सीधा उसके होठो पे किस करने लगा |
अब वो शरमाते हुवे मेरा पूरा साथ दे रही थी |
तभी सासुमा के आने की आवज आई और हम दोनों अलग हो गई | जानवी अपनी पढाई करने लगी और में मोबाइल देखने लगा | सासुमा हम दोनों को खाना खाने को बोला ने आए थी |
उनके जाने के बाद फिर से मेने जानवी को उठाया और फिर से कमर से उसको पकड लिया और किस करने लगा | किस करने के बाद मेने जानवी को कहा | तुम तो काफी टेस्टी हो और तुम तो तुमारी बहेन से भी ज्यादा टेस्टी हो | जब से तुमे देखा है बस तब से तुमे चोद ने का मन बना लिया है प्लीज मुजे एक बार तुमारा टेस्ट लेने दो |
में आज रात को अपने रूम का दरवाजा खुला रखुगा में तुमारा इंतजार करुगा तुम जरुर आना |
वह कुछ बोले बिना ही चली गई और में सोचता रहा की अब क्या होगा |
फिर हम 3 नो ने साथ में खाना खाया और थोड़ी देर बाते की फिर ११:३० बजे सोने के लिए चले गई |
फिर में रूम में चला गया और जानवी का इंतजार करने लगा | जानवी करीब 3 बजे के बाद मेरे रूम मे आए | उसको अपने रूम में देख कर में बहुत खुस हो गया |
जेसेही वो रूम के अंदर आए में उसकी तरफ गया और उसको अपनी गोद में उठाया और बेड पे सुला दीया | अब में उसके उपर चढ़ गया और उसके गले को चूम ने लगा | फिर मेने उसके दोनों हाथो को उपर किये और उसके दोनों हाथो को अपने एक हाथ से पकड़ लिया | फिर मेंने उसके गले को और गाल को अपने होठो से चूम ने लगा और उसने हाथो को भी अपने होठो से चाट ने लगा |
वाह क्या रसीले होठ थे जानवी के | अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था मेने जानवी का टॉप निकाल दीया और ब्रा के उपर से ही उसके बड़े बड़े बूब्स को दबा ने लगा |
जानवी : जीजू, धीरे धीरे करो… बस वो इतना ही बोल पाई |
अब मेने उसकी ब्रा को भी निकाल दीया और उसके दो तरबुच को आजाद कर दीये | अब में जिसे सपनो में देख रहा था आज वो मेरे शाम ने थे | और आज में उसका भरपुर आनंद लोंगा |
अब मेने जानवी के बूब्स को अपने मुह से चूस ने लगा और एक हाथ से उसके बूब्स को जोर से दबा ने लगा | और वो अपने दोनों हाथो को मेरे बालो में घुमा रही थी | और उह्ह्हह्ह…. उह्ह्ह्ह… की आवाज कर रही थी |
अब मेने जानवी के बूब्स को काट ने लगा और उसके बूब्स पर अपने दातो का निशान ना बन जाई तब तक मेने उसके बूब्स का रसपान किया |
अब जानवी ने अपने हाथो से मेरा टी-शर्ट निकाल दीया और मेरे पुरे बदन पे अपना हाथ फिरा ने लगी | और कुछ देर बाद अपने होठो से और जीभ से मेरे पुरे बदन को चाट रही थी |
अब मेने जानवी के बचे हुवे कपडे भी निकाल दीये और उसको पूरी नगी करदी | वो शरमा रही थी उसने अपने एक हाथ से अपनी चूत को छुपा लिया | ये देखकर मेने भी अपने सारे कपडे निकाल दीये |
अब में भी पूरा नंगा हो गया | मुजे नंगा देखाकर जानवी ने अपनी आंखे बंध करली | फिर मेने जानवी का वो हाथ पकड़ा जिस हाथ से उसने अपनी चूत को छुपा रखा था | मेने उस हाथ को पकड़ा और अपने लंड पर रख दीया |
फिर उसने मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़ा और उसको हिला ने लगी | फिर मेने भी उसकी चूत में उंगली दाल दी और दुसरे हाथ से उसके बूब्स को दबा ने लगा | चूत में उंगली जाने से वो सहम उठी और अपने मुह से अह्ह्ह्ह… अह्ह्ह्ह…. की आवज निकाल ने लगी |
वह अब पूरी तरह से गरम हो चुकी थी | और 2 बार अपना पानी निकाल चुकी थी |
फिर मेने जानवी के दोनों पेरो अलग कर दिया और उसकी चूत पे मेरा लंड सेट कर दीया | और लंड को चूत के उपर निचे करने लगा |
जानवी : जीजाजी…. अब ये सब मत करो और अपने ईस हथीयार को मेरी चूत के अंदर दाल दो | में कब से तड़प रही हु. जल्दी से मेरी भूख को मिटा दो और फाड़ो मेरी चूत को |
मेने भी समय नहीं गवाया और एक ही धके में आधा लंड उसकी चूत मे दाल दीया | पहेला धका लगने की वजसे उसके मुह से चीख निकल गई और तड़प उठी | उसके मुह से आह्ह्ह्हह्ह…. ओय माँ …………….. आह्ह्हह्ह्ह्ह…….. की आवाज निकाल ने लगी |
अब मेने अपना लंड बहार निकाला तो मेरे लंड के उपर खून लगा हुवा था और उसकी चूत से भी खून निकल रहा था | वो अभी अभी तड़प रही थी | करीब 10 मिनिट बाद उसका दर्द कम हुवा |
उसका दर्द कम हुवा तो में फिर से उसके ऊपर चढ़ गया और अपने लंड को फिर से उसकी चूत में सेट किया और फिर से एक जोर का धका मारा और ईस बार पूरा लंड उसकी चूत मे चला गया |
ईस बार उसे दर्द ज्यादा हुवा तो उसकी अह्ह्ह्ह….. कर के चीख निकल गई | वो ज्यादा चीखे उसके पहले ही मेने उसको किस कर लिया और अपने दोनों हाथो से उसके बूब्स को दबा ने लगा | जिसे वो अपने दर्द को भूल जाए |
फिर कुछ देर बाद मेने अपने लंड से धके मरने शरू कर दिए | अब उसका दर्द भी कम हो चूका और वो भी अपनी गांड उठा उठा के चुदाई का मजा ले रही थी | अब पुरे रूम में आह्ह्हह्ह…. अह्ह्ह्ह… उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़… की और पट पट की आवाज आरही थी | करीब 7 – 8 मिनिट तक मेने ईस तरह से जानवी की चुदाई की |
ईस तरह चुदाई में जानवी ने फिर एक बार अपना पानी निकाल दीया था |
अब जानवी को मेंने उठाया और दीवार के पास ले गया और उसको दीवाल के शाम ने उसका मुह करके खड़ा कर दीया और उसके दोनों हाथो को उपर उठाया और उसकी गांड पे में थपड मार ने लगा | अभी मेने सिर्फ 3 थपड मारे थे त्या उसकी गोरी गांड लाल हो गई |
अब मेने पिछेसे उसकी चूत में मेरे लंड को सेट किया और जोर से धका मारा और पूरा लंड अंदर दाल दीया और फिर में धका मरने लगा | अब मेने उसके हाथ को छोड़ दीया | अब जानवी अपने दोनों हाथो को दीवाल पे रख दीया | और में अपने दोनों हाथो से उसके बूब्स को दबाता और साथ में धके भी मारता |
अब मेरा पानी निकल ने वाला था तो मेने अपना लंड बहार निकाला और जानवी को नीचे बैठाया और अपना सारा पानी उसके मुह के उपर निकाल दीया |
फिर हम दोनों बेड के पास गए और एक दुसरे को चिपक के सो गई | उस रात जानवी को मेने 5 बजे तक चुदाई की | उसके बाद वो अपने रूम मे चली गई |
फिर दुसरे दीन जानवी को और सासुमा को कही फंक्शन में जाना था तो वो दोनों फंक्शन के लिए निकल गई | और में घर पे अकेला था |
करीब 3 घंटे बाद जानवी फंक्शन से घर पे आगई क्युकी उसका फंक्शन में मन नहीं लग रहा था | और में सोफे पे बेठे बेठे टीवी देख रहा था |
वो जेसे ही अंदर आए और आके मेरी गोद में बेठ गई | और मुजे किस कर ने लगी |
ईस चुदाई की कहानी में आप सभी को बाद में बतावुगा | आशा करता हु की आप सभी को मेरी एंड मेरी साली की चुदाई की कहानी पसंद आए होगी |
धन्यवाद |